अपनी खुद की ज़िंदगी से जुड़े ऐसे बहुत सारे ज़रूरी सवाल हैं, जो हर व्यक्ति के दिमाग में आ ही जाते हैं, क्योंकि हमारे आसपास मौजूद हर जीव ज़िदगी की कोई न कोई लड़ाई लड़ रहा है. गौरव उपाध्याय की किताब ‘ज़िंदगी अनलिमिटेड’ आपकी उन लड़ाईयों को खत्म तो नहीं कर सकती, लेकिन लड़ाईयों से लड़ने और उनसे बाहर निकलकर कर खुद के लिए बेस्ट कैसे चुना जाए, उस दिशा में सफल प्रयास करने के लिए ज़रूर प्रेरित करती है. इस किताब के माध्यम से खुद को बेहतर तरीके से जानने से लेकर नई कहानी लिखने तक… आप सीख पाएंगे कि जीवन को बेहतर और आसान कैसे बनाया जाए.
क्या आपको पता है, कि अपने माइंड सेट को बदलकर नए जीवन की संकल्पना कैसे करें? या फिर, दुख और पीड़ा को गले लगाकर खुद को नया जीवन कैसे दें? समय की सीमाओं को कैसे समझें और टाइम-मैनेजमेंट को नए दृष्टिकोण से कैसे देखें? ये वो ज़रूरी बातें हैं, जिन पर ध्यान देकर कितना भी उलझा हुआ व्यक्ति अपना जीवन सुलझा सकता है. जिसमें मदद कर सकती है, गौरव उपाध्याय की ये किताब. इस पुस्तक में आपको वास्तविक जीवन से व्यावहारिक उदाहरण और दिल को छू लेने वाली सच्ची कहानियों के संदर्भ मिलेंगे.
इस किताब की सबसे दिलचस्प बात ये है, कि किताब के साथ आप खुद से भी संवाद कर सकते हैं, कैसे? ये तो किताब पढ़ते हुए ही आप महसूस करेंगे. इस बात अतिश्योक्ति नहीं होगी, कि ‘जिंदगी अनलिमिटेड’ आसमान से भी ऊंची उड़ान भरने के प्रयासों में किसी की भी मार्गदर्शक साबित हो सकती है और सबसे अच्छी दोस्त भी.
पेंगुइन स्वदेश से प्रकाशित ‘ज़िंदगी अनलिमिटेड’ के लेखक गौरव उपाध्याय पेशे से एक टेक्नॉलजी प्रोफेशनल हैं और इन दिनों Adobe, सिंगापुर में कार्यरत हैं. गौरव अपने पंद्रह सालों के कोरपोरेट कैरियर और बीस से भी अधिक देशों में रहने या घूमने के बाद, पिछले कुछ सालों से लेखन के ज़रिए दुनिया से अपना अनुभव साझा कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर उनके दो लाख से ज़्यादा फ़ालोअर्स हैं. गौरव अपने लेखन और कविताओं के माध्यम से अनगिनत लोगों के जीवन को बेहतर बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं.
‘ज़िंदगी अनलिमिटेड’ से पहले गौरव की पुस्तक ‘मोस्ट वांटेड ज़िंदगी’ को भी लोगों के बीच खासा पसंद किया गया और हज़ारों लोगों ने उससे प्रेरणा ली. अपनी कविताओं और लेखों में भावनात्मक और व्यावहारिक संतुलन बनाते हुए गौरव उपाध्याय हिंदी में मोटिवेशन और सेल्फ़ हेल्प श्रेणी के लेखन में नई दिशा लेकर आए हैं.
गौरतलब है, कि गौरव Tedx स्पीकर भी रह चुके हैं और समय-समय पर कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अपने विचार साझा करते रहते हैं. गौरव की रचनाएं अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में भी पब्लिश हो चुकी हैं, साथ ही गौरव टेक्नॉलजी और कैरीयर से सम्बंधित संस्थाओं में बतौर मेंटॉर भी सक्रिय हैं. गौरव का जन्म बिहार के मोतिहारी शहर में हुआ था और उन्होंने इंजिनीरिंग और एमबीए की शिक्षा प्राप्त की. अपने परिवार के साथ पिछले दस सालों से गौरव सिंगापुर में ही रहते हैं. इसलिए इस बात में कोई संदेह नहीं कि गौरव की किताब ‘ज़िंदगी अनलिमिटेड’ उनके संपूर्ण जीवन, संघर्षों और चुनौतियों का निचोड़ है.
आइए पढ़ते हैं, ‘ज़िंदगी अनलिमिटेड’ से वो ज़रूरी कोट्स जो किसी को भी प्रेरणा दे सकते हैं-
- आप अपने-आप को सबसे नीचे नहीं रखेंगे. परिस्थितियां, अपेक्षाएं, रीति-रिवाज़, इन सबको मानते हुए, इन सबसे गुजरते हुए, आप बहुत ज़रूरी है और यह आपको मानना होगा.
- आप फैसले लेंगे और फैसले लेने से डरेंगें नहीं. कुछ नया होने के लिए, कुछ-न-कुछ बदलना पड़ता है, और कुछ बदलने के लिए फैसले लेने पड़ते हैं. सही फैसले आपको आगे बढ़ते रहने की उमंग देंगे और गलत फैसले आगे बढ़ने की वजह और सीख देंगें.
- आप सुनेंगे, देखेंगें और दूसरों के जीवन से सीखने की कोशिश करेंगें. आपका अकेले का जीवन काफी नहीं सीखने के लिए. अपने-आपको आज़ाद रखिए दूसरों के अनुभवों से सीखने के लिए. इस आज़ाद ख़्याल से आप सही लोगों से मिलेंगे.
- आप अपनी कमियों के लिए, परिस्थितियों के लिए दूसरों को कोसेंगे नहीं. आपके साथ जो भी हो रहा है, उसमें आप भी हिस्सेदार हैं और जो हिस्सा आपकी ज़िम्मेदारी है आप उसी को सही कर सकते हैं.
- आप जब कभी गिरेंगे तो आगे गिरेंगे, गिरकर उठने के बाद आगे देखेंगे, आगे की सोचेंगे, एक कदम भी बढ़ाएंगे.
- हर रोज़ एक छोटी-सी ही सही, कोशिश करेंगे कुछ बदलने की, चाहे बस सोच ही सही.
- आप अपने लिए वक्त निकालेंगे. अपने लिए का मतलब अपनी ज़िम्मेदारियों के लिए नहीं, अपना ख्याल रखने के लिए. आपका स्वास्थ्य, आपकी सोच, आपका सुकून, इनका ख़्याल रखने के लिए.
- किसी-न-किसी चीज़ में आस्था रखेंगे- ईश्वर, धर्म, रिश्ते, किताबें. कुछ-न-कुछ आपको चुनना होगा जो आपका सहारा बने, आपके लिए सबकुछ बुरा नहीं हो सकता, किसी-न-किसी चीज़ में यकीन रखने का अभ्यास करेंगे.
- जीवन को सरल बनाएंगे. हर वक्त कुछ पाने, कुछ खोने की जद्दोजहद से थोड़ा वक्त निकाल कर ख़ुद के साथ बैठेंगे.
- आप अकेलेपन को अभिशाप नहीं समझेंगे और ख़ुद से कहेंगें कि मैं ईश्वर की एक अमूल्य देन हूं और मैं अपने आप में पूर्ण हूं, बहुत कुछ हूं और मुझे किसी के सत्यापन की ज़रूरत नहीं है.
- आप परोपकार को प्रतियोगिता और प्रतिशोध से बड़ा मानेंगे. दूसरों के प्रति दया का भाव रखना आपको स्वयं के प्रति दया का भाव रखना भी सिखाएगा.
- आप किसी संभावना को इंकार करने से पहले सोचेंगे. सच्चे लोगों की बातें, सुझाव, संघर्ष की कहानियां इत्यादि आपको वजह देती हैं कुछ नया सोचने और करने के लिए. अपनी परिस्थितियों से उलझ कर हर चीज़ को न कहना बंद करेंगे.
- आप प्रयास करेंगे दिनचर्या में छोटे-छोटे सही चुनाव करने का. क्या खाना है क्या नहीं खाना, क्या बोलना है क्या नहीं बोलना, किसके साथ वक्त बिताना है किसके साथ नहीं, सोशल मीडिया पर क्या देखना है क्या नहीं, क्रोध करना है या नहीं.
- आप जीवन के प्रति सकारात्मक सोच रखेंगे और अपनी वर्तमान परिस्थितियों के लिए भी शुक्रगुज़ार रहेंगे, ताकि आप आगे के जीवन को संतुलित रूप से देख सकें.
- आप हर रोज़ मुस्कराएंगे, और मुस्कराने की एक सरल-सी वज़ह ढूंढ़ेंगे.
गौरव उपाध्याय की किताब ‘ज़िंदगी अनलिमिटेड’ को पढ़ने से पहले आपको ये जानना बेहद ज़रूरी है, कि हर व्यक्ति अपने आप में ही नाव भी है और पतवार भी. आपका जीवन आपके हाथों में है, आपकी सोच, आपका दिमाग, आपके हाथ में है. इसलिए अगर आप अपने जीवन और खुद को बदलने की ओर पहला कदम उठा रहे हैं, तो नये साल में गौरव उपाध्याय की इस किताब से शुरुआत कर सकते हैं.
पुस्तक : ज़िंदगी अनलिमिटेड (नॉन-फिक्शन)
लेखक : गौरव उपाध्याय
प्रकाशक : पेंगुइन स्वदेश
मूल्य : 199 रुपए
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Tags: Book revew, Books, Hindi Literature, Hindi Writer, Literature, Motivational Story, Singapore
FIRST PUBLISHED : January 4, 2024, 10:12 IST