संवाददाता – लव श्रीवास्तव
(ऊधम सिंह नगर,बाजपुर) शनिवार को समाजवादी पार्टी यूथ बिग्रेड के राष्ट्रीय महासचिव अरविंद यादव ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा की हल्द्वानी में 8 फरवरी को हुई बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना का समाजवादी पार्टी के लोग हिंसा की कठोर शब्दों में निंदा करते हैं। और शांति कायम करने की अपील करते हैं।देव भूमि उत्तराखण्ड के इतिहास में इस तरह की हिंसात्मक घटना पहली बार हुई है। अचानक इतने बड़े पैमाने पर हिंसा का फैलना हिंसा के कारणों और उससे उत्पन्न हुई परिस्थिति की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जाँच की आवश्यकता है। भारतीय जनता पार्टी के लोग अपने चुनावी लाभ लेने के लिए संपूर्ण देश को सांप्रदायिकता की आग में झोंकना चाहते हैं। इसका ही उदाहरण है हल्द्वानी की घटना है। उत्तराखंड में क़ानून व्यवस्था पूर्ण रूप से ध्वस्त हों चुकी है। समाजवादी पार्टी यह मांग करती है। इस घटना की न्यायिक ,उच्च न्यायालय के सेवारत न्यायाधीश से करवाई जाए। इतनी भीषण हिंसा की घटना में प्रथम दृष्टया प्रशासन लापरवाही , जल्दबाजी, निष्पक्षता और बल प्रयोग करने को लेकर गंभीर सवाल खड़े हुए है। नैनीताल जिले के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को तत्काल निलंबित करते हुए पद से हटाया जाए। अतिक्रमण हटाओ अभियान के नाम पर पिछले एक साल से चल रही कार्यवाहियां गंभीर सवालों के घेरे में है।बिना नोटिस के कार्यवाही से लेकर पक्षपातपूर्ण ओर गैरकानूनी कार्यवाही तक की घटनाएं सामने आई हैं। जिस प्रकरण में हल्द्वानी में हिंसा हुई है। वह मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। उसकी अगली 14 फरवरी 2024 को न्यायालय द्वारा सुनवाई होनी है। इसके बावजूद ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की कोशिश हुई। इस तरह की निरंकुश कार्यवाही पर रोक लगनी चाहिए। उक्त घटना में पुलिस ,पत्रकार ,नगरपालिका के अधिकारी ,कर्मचारी जो भी घायल हुए है। उनको सरकार की ओर से पाँच-पाँच लाख एव पीड़ितो को भी मुआवज़ा दिया जाये। इस दौरान अरविंद दिवाकर,अमित कुमार, शाहिद ख़ान,विनय कुमार,मेघा आर्य आदि मौजूद थे।