मसवासी में जाम में फंसे राहगीर

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(रामपुर,मसवासी) मसवासी में साप्ताहिक बाजार स्थल के परिवर्तन हो जाने पर फड़ विक्रेता बेहद परेशान हो गए हैं। जबकि साप्ताहिक बाजार स्थल के ग्राउंड में काफी जगह है इसके बावजूद भी नगर पंचायत प्रशासन के द्वारा केवल एक दिन के साप्ताहिक बाजार के स्थान में परिवर्तन किया गया है जबकि दो दिन साप्ताहिक बाजार मुख्य मार्ग पर ही लगाया जा रहा है जिसके कारण बेहद जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है।

ग़ौरतलब हो कि नगर में सर्वहितकारी इंटर कॉलेज के सामने शुक्रवार को सब्जी का और बुधवार और रविवार को लहसुन और मिर्च का साप्ताहिक बाजार लगता है। साप्ताहिक बाजार मुख्य मार्ग के किनारे लगने के कारण लोग मुख्य मार्ग पर अपने ठेले और सामान रखकर खड़े हो जाते थे जिसके कारण बेहद जाम की स्थिति उत्पन्न होती थी मामले से संबंधित खबरें भी आए दिन प्रकाशित होती रहती थी जिसका संज्ञान लेते हुए नगर पंचायत प्रशासन के द्वारा शुक्रवार को लगने वाले सब्जी के साप्ताहिक बाजार के स्थान में परिवर्तन कर दिया गया। बीते दिनों शुक्रवार के दिन अपना सामान लेकर फड़ विक्रेता साप्ताहिक बाजार स्थल पर पहुंचे तब नगर पंचायत कर्मचारी ने साप्ताहिक बाजार स्थल के गेट में ताला डाल दिया था और उन्हें बताया गया था कि जाम लगने के कारण बाजार के स्थान में परिवर्तन कर दिया गया है। अब बाजार यहां नहीं लगेगा। जिस पर फड़ विक्रेता अपना सारा सामान नई साप्ताहिक बाजार स्थल पर लेकर पहुंच गए थे। लेकिन अब हर सप्ताह बुधवार और रविवार को लगने वाला लहसुन और मिर्च का साप्ताहिक बाजार मुख्य मार्ग के किनारे ही लग रहा है जिस कारण बेहद जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है। शुक्रवार को मुख्य मार्ग के किनारे साप्ताहिक बाजार न लगा होने पर भी जाम लग गया। फड़ विक्रेताओं का कहना है कि यहां वषों से बाजार लगता आ रहा है। यदि साप्ताहिक बाजार के स्थान में परिवर्तन किया गया है तब केवल शुक्रवार को ही परिवर्तन क्यों हुआ है बुधवार और रविवार को मुख्य मार्ग पर बाजार क्यों लगाया जा रहा है। इसके अलावा साप्ताहिक बाजार स्थल में इतना बड़ा ग्राउंड है कि वहां आसानी से पूरा बाजार लग सकता है लेकिन नगर पंचायत प्रशासन साप्ताहिक बाजार स्थल में बाजार न लगवाकर केवल शुक्रवार को लगने वाले साप्ताहिक बाजार पर ही क्यों रोक लगाई जा रही है। जबकि वर्षों से यहां बाजार लगता आ रहा है। नगर पंचायत प्रशासन की इस कार्यशैली के चलते फड़ विक्रेताओं में नगर पंचायत प्रशासन के प्रति भारी रोष की भावना बनी हुई है। फड़ विक्रेताओं का कहना है कि यदि बाजार स्थल में परिवर्तन ही करना है तब सप्ताह में लगने वाले तीनों बाजार नई साप्ताहिक बाजार स्थल में लगाए जाएं नहीं तो नगर पंचायत प्रशासन के द्वारा खाली पड़े साप्ताहिक बाजार स्थल में ही बाजार लगवाया जाए जो फड़ विक्रेता या ठेले वाले जाम का सबब बन रहे हैं उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।

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